आज के इस topic में हम शेयर बाज़ार के बारे में कुछ basic जानकारी लेंगे.
दुनिया
में पैसे कमाना कौन नहीं चाहता. पैसा हर इंसान के जरूरतों को पूरा करने के लिए
बहुत ही जरुरी है. दुनिया
में पैसे कमाने का जरिया बहुत है, कुछ लोग job करके
पैसे कमाते हैं तो कुछ लोग व्यापर यानि business करके पैसे कमाते हैं और कुछ लोग ऐसे
भी हैं जो अपने पैसे दाव पर लगा कर ढेर सारे पैसे कमाते हैं.पर ये लोग अपने पैसे
कौन सी जगह पर दाव पर लगाते हैं, ऐसी कौन सी जगह है की जहाँ अपने पैसे दाव पर लगाने के बाद भी लोगों को
मुनाफा होता है? वो जगह
है share market यानि
शेयर बाज़ार Stock Market या Share Market वह जगह
होती हैं जहाँ पर Shares, Debentures, Mutual Funds, Derivatives और अन्य प्रकार की Securities (प्रतिभूतियों) को ख़रीदा और बेचा
जाता हैं| share का
मतलब होता हैं -“हिस्सा” और स्टॉक मार्केट की भाषा में “शेयर” का मतलब हैं – “कंपनियों में हिस्सा”| जब आप किसी कंपनी के शेयर खरीदते
हैं तो कंपनी के हिस्सेदार बन जाते हैं| देखिए यह कई बातो पर निर्भर करता है, जैसे –
- लिस्टेड कम्पनियां
- शेयर धारक
- डिमांड और सप्लाई
- मार्केट की
परिस्थिति आदि|
Stock Market में share खरीदने से पहले आप इस लाइन में पहले
experience gain कर लें
की यहाँ कैसे और कब invest करना
चाहिये. और कैसी कंपनी में आप अपने पैसे लगायेंगे तब जा कर आपको मुनाफा होगा. ये जगह बहुत ही risk से भरी हुयी होती है इसलिए यहाँ तभी
निवेश करना चाहिये जब आपकी आर्थिक स्तिथि ठीक हो ताकी जब आपको घाटा हो तो आपको उस
घाटे से ज्यादा फर्क ना पड़े. या तो फिर आप ऐसा भी कर सकते हैं की शुरुआत में आप में थोड़े से पैसे से निवेश करें
ताकि आगे जाकर आपको ज्यादा झटका ना लगे. जैसे जैसे आपका इस में knowledge और experience बढेगा वैसे वैसे आप धीरे धीरे अपने
निवेश को बढ़ा सकते हैं.
Share
market में निवेश करने से पहले
आप इस market के बारे में अधिक जानकारी जरुर लें वरना इस market में धोके भी बहुत मिलते हैं. कई बार ऐसा होता है कुछ
कंपनी fraud होती हैं और अगर आप उस कंपनी के shares को खरीद कर अपने पैसे लगाते हैं तो ऐसे कंपनी सबके
पैसे ले कर भाग जाते हैं.
और फिर आपके लगाये हुए
सारे पैसे डूब जाते हैं. इसलिए किसी भी कंपनी के shares को
खरीदने से पहले उसके background
के details को अच्छे से जरुर check कर
लें.
शेयर मार्किट में share खरीदने के लिए आपको एक Demat account बनाना होता हैं. इसके भी दो तरीके हैं, पहला तरीका तो आप
एक broker यानि की दलाल के पास जाकर एक Demat account खोल सकते हैं.
Demat
account में हमारे share के पैसे रखे जाते हैं जिस तरह की हम किसी bank के खाते में अपना पैसा रखते हैं ठीक उसी तरह. अगर आप share market में निवेश कर रहे हैं तो आपका demat account होना बहुत ही जरुरी है.
क्यूंकि कंपनी को मुनाफा
होने के बाद आपको जितने पैसे मिलेंगे वो सारे पैसे आपके demat account में जायेंगे ना की आपके bank account में और demat account आपके savings account के साथ लिंक हो कर रहता है अगर आप चाहे तो उस demat account से अपने bank account में
बाद में धन राशी transfer कर सकते हैं.
Demat
account बनाने के लिए आपका किसी
भी bank में एक savings account होना बहुत जरुरी है और proof के लिए pan card की copy और address proof चाहिये होती है.
दूसरा तरीका है की आप किसी भी bank में
जाकर अपना demat
account खुलवा सकते हैं.
लेकिन आप अगर एक broker के पास से अपना account खुलवायेंगे
तो आपको उससे ज्यादा फायदा होगा. क्यूंकि एक तो आपको अच्छा support मिलेगा
और दूसरा आपके निवेश के हिसाब से ही वो आपको अच्छी कंपनी suggest करते हैं जहाँ आप अपने पैसे लगा सकते हैं. ऐसा करने
के लिए वो पैसे भी लेते हैं.
India में दो main stock exchange हैं वो है Bombay stock exchange (BSE) और National stock exchange (NSE), यहाँ
ही share ख़रीदे और बेचे जाते हैं. ये जो brokers होते हैं वो stock exchange के सदस्य होते हैं हम सिर्फ उनके जरिये ही stock exchange में ट्रेडिंग कर सकते हैं. हम सीधे stock market में जा कर कोई भी share खरीद
या बेच नहीं सकते.
इन
सभी नियमों को ध्यान में रखकर जब आप Stock Market में Invest करने का निर्णय ले लेते हैं तो आपका अगला कदम शेयर
बाज़ार में निवेश प्रक्रिया को शुरू करना हो सकता है|
इसके
लिए सबसे पहले आपको किसी Stock
Broker के साथ Trading और Demat Account खोलना होता है।
Demat Account क्या हैं?
जिस
तरह बैंक अकाउंट में रूपये जमा कर सकते हैं उसी तरह में
आपके निवेश से संबंधी सभी Securities
जैसे Share, Bonds, Government
Securities, Mutual Funds आदि
को Electronic
Form में Store किया जाता हैं|
Trading Account क्या हैं?
Trading Account का उपयोग आपके शेयर
व्यवसाय में Share
Sell and Purchase करने के काम आता है|
यह Account आप किसी अच्छे Broker के
पास खोल सकते हैं और ऑनलाइन सुविधा होने के कारण आप इस अकाउंट की सहायता से कभी भी
शेयर्स खरीद और बेच सकते हैं।
डीमेट अकाउंट कैसे खोले?
इसके
लिए आपको अपने बैंक से KYC करवाने की जरूरत होती है|
एक
प्रकार से यह खाता आपके फंडस को मेनेज करता है जिसमें शेयर्स और फंड यूनिट आदि की
खरीद से संबन्धित सारी जानकारी होती है|
इस Account को आप बैंक से उसी प्रकार खोल सकते हैं जैसे आप किसी
बैंक से सामान्य खाता खोलते हैं|
Demat और Trading Account खोलने के लिए आपको जिन डोक्यूमेंट्स की जरूरत होगी >>>
1. PAN Card
2. Address Proof
3. Income Proof
4. Cancel Cheque
5. 2 Passport Size Photo
इन
सभी दस्तावेज़ों को जमा करते समय इस बात का ध्यान रखें इन सभी प्रमाण पत्रों में
आपका नाम सही और स्पष्ट लिखा हो और एक ही तरीके से लिखा हो|
इसके
अलावा आप Account खुलवाते समय इन सभी Documents की Photostat Copy लगाते हैं|
लेकिन
अपने पास इनकी Original
Copy भी रखें जो किसी भी समय
वेरिफिकेशन के लिए मांगी जा सकती है|
Demat Account या Trading Account को खोलते समय आप जिन कागजों पर हस्ताक्षर करते हैं उन
पर लिखे गए नियमों और निर्देशों को आप ध्यान से पढ़ जरूर लें|
Sensex क्या होता है?
Sensex बोम्बे स्टॉक एक्सचेंज का सूचकांक (Index) हैं और Sensex का
निर्धारण BSE में लिस्टेड Top 30 Companies के मार्केट कैपिटलाइजेशन (कंपनीयों का कुल मूल्य) के
आधार पर किया जाता हैं|
अगर सेंसेक्स बढ़ता हैं तो इसका मतलब हैं कि BSE में रजिस्टर्ड ज्यादातर कंपनियों ने अच्छा प्रदर्शन
किया हैं|
और इसी तरह अगर सेंसेक्स गिरता हैं तो इसका मतलब यह हैं कि अधिकांश कंपनियों का प्रदर्शन ख़राब रहा हैं|
Nifty क्या
हैं?
Nifty नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का सूचकांक (Index) हैं और इसका निर्धारण NSE में
लिस्टेड Top
50 Companies के मार्केट कैपिटलाइजेशन
आधार पर किया जाता हैं|
अगर Nifty बढ़ता
हैं तो इसका मतलब यह हैं कि NSE में रजिस्टर्ड कंपनियों
ने अच्छा प्रदर्शन किया हैं और अगर Nifty घटता
हैं तो इसका अर्थ यह हैं कि NSE की कंपनियों ने बुरा
प्रदर्शन किया हैं
शेयर मार्केट का गणित
यदि आप भी मेरे तरह काफी
वक़्त से active हो stock markets (equity और F&O दोनों में) तब ऐसे में आपको Share Market के Secrets के विषय में जरुर पता
होगी. यदि नहीं तब मैं आपको कुछ ऐसे ही Secrets के
विषय में बताऊंगा जो की आपको जरुर पसदं आएगी और साथ में इससे बहुत कुछ सीखने को भी
मिलेगी.
चलिए उन Secrets के विषय में जानते हैं जिन्हें मैंने इतने वर्षों में
सीखा हुआ है :
1. Stock
market जितना ऊपर से आसान
प्रतीत होता है उतना असल में है नहीं. इसमें insider trading होता है. Market को
हमेशा आपसे ज्यादा पता होता है. इसलिए प्रत्येक खरीदार के लिए एक बिक्रेता जरुर
होता है. लेकिन इसका मतलब ये नहीं की आप इसमें पैसे बना नहीं सकते हैं, बस बात थोडा कठिन होता है.
2. ऐसी कोई एक ‘ultimate’ strategy/indicator मौजूद नहीं होती है. आपको invest करना होता है एक value strategy (buying cheap quality stocks) के हिसाब से या एक momentum strategy (buying growth stocks) के हिसाब से या कोई दूसरी चीज़.
आप चाहे एक technical trader हो या एक fundamental investor हो आपके पास खुदकी एक strategy होनी
चाहिए जिसका इस्तमाल कर आप अच्छा profit कमा
सकें.
3. सही तरीके से Trade या invest करना बिलकुल भी आसान नहीं है, यदि आपको trading करने
में मज़ा आ रहा है इसका मतलब की आप जरुर कुछ गलत कर रहे हैं.
4. आपको हमेशा ज्यादा से ज्यादा पढना चाहिए. वहीँ दूसरों
की बातें कम सुननी चाहिए.
5. करीब 90% से भी ज्यादा traders को
असल में Trading आती ही नहीं वो बस दूसरों को follow कर पैसे कमाना चाहते हैं.
6.
Trading/investing एक बहुत ही अकेलेपन वाली
सफ़र है. आप भले ही शुरवात में लोगों को copy कर
पैसे बना सकते हैं लेकिन बाद में आपको खुदकी strategy बनानी
होगी अन्यथा आपको इसमें आगे चलकर नुक्सनन उठाना पड़ सकती है.
7. Stock
investing करने के पहले आपको Stocks की Fundamental analysis करनी आनी चाहिए.
8.
Investors को पहले ये सीखना चाहिए
की वो कैसे पढ़ सकें companies
की annual reports, वहीँ उन्हें financial terms को समझना भी पड़ेगा.
9. Stocks
में Investing हमेशा long term करने के लिए किया जाता है.
10. किसी भी Stocks में invest करने से पहले आपको खुद उस Stocks से सम्बंधित जानकारी प्राप्त करनी होगी वहीँ खुदको Update भी करना होगा उस विषय में.
11. खरीदने के तरह ही Stocks को बिक्री करना वो भी सही समय में ये बहुत ही
महत्वपूर्ण होता है.
शेयर मार्केट कैसे सीखे
सभी को जल्दी अमीर बनने
का का बहुत ही ज्यादा शौक होता है. इसलिए शायद वो सभी ऐसे ही quick और easy तरीकों के तलाश में रहते
हैं जो की उन्हें कम समय में अमीर बना दें और साथ में उनके जीवन में ढेर सारी
खुशियाँ लायें.
ऐसे में सभी को Share Market ऐसा ही एक technique लगता
है जहाँ से की वो कम समय में करोड़ों रूपए कमा सकते हैं. इसलिए वो अक्सर ऐसे Share Market Tips की तलाश में रहते हैं जो की जल्दी से इस्तमाल कर अमीर
बन सकें. तो चलिए ऐसे ही कुछ share market tips के
विषय में जानते हैं जिन्हें की सभी beginning investors को निश्चित रूप से जानना चाहिए.
1. सबसे पहले सीखें तभी आगे बढ़ें
कोई भी चीज़ हो उसमें
अपना हाथ आजमाने से पहले आपको उसे पहले सही तरीके से जानना होता है. इसके लिए आपको
पढाई करनी होती है.
ऐसे में Share Market को भी पहले आप सीखना होता है तभी आप उसमें अपना पैसा invest करें. बिना Share Market का
ज्ञान प्राप्त किये आपको आगे नहीं बढ़ना चाहिए.
2 . अपना research खुद करें
Research का नाम सुनते ही बहुत से लोग इससे दूर भागते हैं.
लेकिन share
market के सन्दर्भ में ऐसा
बिलकुल भी नहीं करना चाहिए. क्यूंकि ये research ही है
जो की आपको शेयर मार्किट में सफल बना सकता है.
वहीँ आपको बहुत से TV channels में कई market experts मिल जायेंगे जो की आपको शेयर्स की knowledge दे रहे होते हैं. वैसे हो सकता है की उनकी कुछ बातें
सही भी हों लेकिन यदि वो इतने ही आसानी से अगर shares की
कीमतों को predict कर पाते तो अपने घर बैठे ही पैसे कमा रहे होते.
आप समझ गए में किस ओर
इशारा कर रहा हूँ. बस इसलिए मेरी सलाह है की आपको अपना research खुद से करना चाहिए.
3. Long-Term Goals set करें
ये बात अच्छी तरीके से
समझ लें की वो चाहे कोई भी investment क्यूँ न हो सभी investment long terms में ही बढ़िया result प्रदान
करते हैं. ऐसे में आपको भी share market में यदि investment करना है तब उसे long term मानकर
ही करें तभी आपको इसमें profit हो सकती है.
4. अपने Risk Tolerance को समझें
यहाँ Risk Tolerance कहने का मतलब है की सभी की अपनी एक risk लेने की सीमा होती है. जिसके तक ही उन्हें फर्क नहीं
पड़ता की उनका loss हो या profit.
ऐसे में चूँकि share market थोडा risky होता
है इसलिए इसमें उतना ही invest करें जितनी की risk आप
उठा सकें. क्यूंकि यदि आप ज्यादा invest करते
हैं तब अगर आपकी loss हो जाती है तब आपको कंगाल होने से कोई नहीं रोक सकता
है. इसके अपने risk
tolerance के हिसाब से अपनी portfolio तैयार करें.
5. Research और Planning करें
किसी भी field से आप क्यूँ न हो सभी में अच्छी research और planning की काफी ज्यादा महत्व
होती है.
क्यूंकि long term के success में यही research और planning ही आपकी सबसे ज्यादा काम
आती है. वहीँ shares के selection करने के दौरान उन्हें
अच्छे तरीके से research करें. जिससे आपको बाद में पछताना न पड़े.
6. अपने Emotions को control करें
Share
Market में ऐसा बहुत बार होता
है की आप अपना emotion खो बैठते हैं जिसके चलते हैं आपको काफी नुकशान भी
पहुँच सकता है.
इन सभी चीज़ों से दूर रहने
के लिए आपको अपने emotion को control करना सीखना होगा कहीं
तभी जाकर आप एक अच्छे investor बन सकते हैं. इससे आपको मुनाफा या नुख्सान दोनों में
से कोई एक हो सकता है.
7. Basics को First clear करें
सभी subjects के तरह ही Share Market के भी
कुछ basics होते हैं, जिन्हें
की सभी investors
को जरुर से समझना चाहिए.
इसलिए share
maket में अपना पैसा invest करने से पहले आपको इसके सभी basics से पूरी तरह से well versed होना
चाहिए.
ऐसा करने पर ही आप अपने investment में सफल बन सकते हैं.
8. Diversify करें अपने Investments को
आपको भी दुसरे सफल investors के तरह ही अपने investments को diversify करने की आवश्कता होती है.
वो कहते हैं न की आपको
अपने सभी अंडे एक पात्र में नहीं रखने चाहिए क्यूंकि अगर कुछ accident हो जाता है तब ऐसे में आपको अपने सभी अंडे से हाथ
धोना पड़ सकता है.
समान Investment में भी ये rule लागु
होती है. आपको अपने सभी पैसे एक ही share में invest नहीं करनी चाहिए. बल्कि अपने portfolio में अलग अलग category के shares को रखना चाहिए जिससे आपके investment का risk diversify हो जाता है.
वहीँ ऐसे में आप अपने risk को कम भी कर सकते हैं.
9. अच्छी Companies के Shares पर अपना Investments करें
किसी के बहकावे में कभी
मत आईये. आपको हमेशा उन companies
के shares में investment करनी
चाहिए जिसे आप अच्छी तरह से समझते हैं और उनके products का
इस्तमाल करते हों.
ये थी कुछ ऐसे ही Share
Market Tips in Hindi – शेयर
बाजार टिप्स (Share
Bazar Tips) जो की आपको आगे की share market के सफ़र में काफी मददगार होने वाली है.
शेयर मार्किट कब बढ़ता है और कब घटता है ?
शेयर मार्किट के बढ़ने और
घटने के पीछे जो मुख्य कारण हो वो होता है Demand और Supply की.
Demand और Supply आपको Market में
दो प्रकार के लोग देखने को मिलेंगे, लेकिन
इन दोनों के मत अलग अलग होते हैं.
कुछ लोग सोचते हैं की market बढेगा और वहीँ कुछ लोग सोचते हैं की Market घटेगा. इसे समझने के लिए दो चीज़ों को समझना बहुत ही
आवश्यक होता है.
1. अगर demand बढ़ जाता है या exceed करता है supply को तब ऐसे में price या कीमत में बढ़ोतरी होती
है.
2. वहीँ अगर Supply बढ़ जाता है Demand से तब ऐसे में price या कीमत में घटोतरी नज़र
आती है.
चलिए एक उदाहरण से इसे
बेहतर तरीके से समझते हैं.
मान लीजिये की SBI ने अपनी financial results की घोषणा की और उनकी net profit margin करीब 100% बढ़
जाती है. ये performance
असल में काफी अच्छी है
उम्मीद से.
वहीँ, आप और हम जैसे लोगों को ये मालूम पड़ता है की SBI के shares काफी अच्छा perform कर रहे हैं, वहीं
अगर आप SBI में invest करते
हैं तब आपको अच्छे परिणाम देखने को मिलेंगे.
चलिए मान लें की SBI Stock price अभी है Rs.250. अब आप अब bid करेंगे
100
shares पर वो भी Rs.250 में लेकिन अब कोई भी आपको ये share बेचना नहीं चाहता है क्यूंकि सभी को लगता है की आगे
चलकर SBI stock
price और ज्यादा बढ़ने वाली है.
ऐसे में आप SBI Share को खरीदने के लिए उसकी खरीदारी कीमत को बढ़ा देते हैं
वो भी Rs.255 तब भी कोई ready नहीं
होते हैं इसे बेचने के लिए, ऐसे में demand ज्यादा
है supply से इसलिए इसकी कीमत बढ़कर अब Rs.260 हो गयी. आप इस कीमत में भी खरीदना चाहते हैं और अब
कोई आपको बेचना चाहता है Rs.260 की कीमत में. आपको इसमें नज़र आएगी की जहाँ पहले stock price केवल Rs.250 थी वो
अब बढ़कर 260 में पहुँच गयी है.
ठीक ऐसे ही जब सभी को
लगता है की company ठीक से perform नहीं
कर रही है तब अपने आप ही stock
price घट जाती है, जिसमें की ज्यादा shareholder अपने shares को बेचना चाहते हैं वहीँ कोई उसे खरीदना नहीं चाहते
हैं जिससे share
price में गिरावट देखने को
मिलती है.
आप असल में pessimists (निराशावादी) से खरीदते हैं और optimists (आशावादी) को बेचते हैं.
वहीँ ठीक ऐसे ही या यही
कारण है की stock
price fluctuate होती है.
Derivatives क्या होती है?
- Derivatives का
अर्थ भविष्य के लेन देन को आज निर्धारित करना होता हैं|
- जिन्हें
Stock
Market में Options एंव Futures के द्वारा अंजाम दिया जाता हैं|
- वायदा
कारोबार तहत आप भविष्य के लेन देनों को आज एक निर्धारित मूल्य (Future Price) पर अंजाम दे सकते हैं|
- इसमें
Actual
Delivery नहीं दी जाती और
मूल्य के अंतर के आधार पर Settlement किया जाता हैं|
अन्य प्रकार की सिक्योरिटीज
शेयर्स की तरह अन्य कई सिक्योरिटीज भी होती हैं जिनका
स्टॉक मार्केट में Trade किया जाता है|
Bond | Debentures क्या होते है?
Bond/Debenture एक तरह से Loan की
तरह ही होता हैं|
जब कंपनी को किसी प्रोजेक्ट के लिए पैसे की आवश्यकता
होती हैं तो या वे बैंक से लोन ले सकते हैं या फिर वे जनता (Investors) से लोन लेते हैं और जनता को Bonds/Debentures Issue कर देते हैं|
जिसका Repayment उन्हें
तय समय में करना होता हैं|
कंपनियां Bonds/Debentures पर निर्धारित Rate से Interest का Payment करती हैं और Bond की अवधि पूरी हो जाने पर वापस बांड्स के बदले Repayment कर देती हैं|
Bonds/Debenture किसी भी निवेशक के लिए Shares की तुलना में एक Secure Investment Option होता हैं|
क्योंकि इसमें कंपनी द्वारा निर्धारित दर से समय समय
पर ब्याज दिया जाता हैं और Maturity (बांड की अवधि पूरी होने)
पर Repayment
कर दिया जाता हैं|
Mutual Funds क्या है?
एक तरह का Shares और Bonds में Indirect Investment होता है|
म्यूच्यूअल फंड्स एक प्रकार की संस्था या ट्रस्ट होती
है जो अपनी यूनिट्स (Shares) जारी करती है, जिसे
खरीदकर लोग म्यूच्यूअल फण्ड में Invest करते है|
इन्वेस्ट की गयी रकम को म्यूच्यूअल फंड्स के
प्रोफेशनल मैनेजर अपने ज्ञान, अनुभव, सूझबूझ और एनालिसिस के आधार पर कई प्रकार की प्रकार
के Shares एंव अन्य सिक्योरिटीज में निवेश करते है|
म्यूच्यूअल फण्ड में Investment का Benefit यह होता कि Professional Fund Manager सभी एकत्रित धनराशी को अपने ज्ञान के आधार पर सबसे
बेस्ट तरीके से निवेश करने की कोशिश करते है जिसके बदले में वे कुछ फीस चार्ज करते
है|
SIP क्या होती है?
एसआईपी का मतलब हैं – Systematic Investment Plan. SIP म्यूच्यूअल फण्ड में निवेश करने का ही एक तरीका हैं|
इसमें एकमुश्त (Lump Sum) निवेश
की जगह हर महीने एक निश्चित राशी को Mutual Fund में
निवेश किया जाता हैं|
निवेशक के Bank Account को SIP Scheme से लिंक कर दिया जाता हैं जिससे हर महीने एक निश्चित
राशि बैंक अकाउंट से म्यूच्यूअल फण्ड में ट्रान्सफर हो जाती हैं और उतनी राशि के
बराबर म्यूच्यूअल फण्ड यूनिट्स निवेशक के अकाउंट में आ जाती हैं|
सरल और आटोमेटिक होने के कारण SIP आजकल बहुत प्रचलित हैं|